टैकनोलजी

इस दिन लॉन्च होगा Lava Blaze X 5G, जानें इंडियन कंपनी के ‘मेड इन इंडिया’ फोन की खास बातें

Lava Blaze X 5G Price in India: लावा का लेटेस्ट ब्लेज एक्स 5जी फोन 10 जुलाई को भारत में लॉन्च होने वाला है. कंपनी ने इस का ऐलान माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट एक्स पर मौजूद अपने आधिकारिक अकाउंट के जरिए किया है. पोस्ट में दी गई जानकारी के अनुसार लॉन्च इवेंट की लाइव स्ट्रीमिंग दोपहर 12 बजे से शुरू होगी. इसके अलावा यूजर्स लावा ब्लेज एक्स 5जी स्मार्टफोन को अमेज़न प्राइम डे सेल पर जाकर भी खरीद सकेंगे. अमेजन ने इस बात की पुष्टि कर दी है. 

Lava Blaze X 5G के स्पेसिफिकेशन्स

कंपनी की तरफ से फोन का जो टीज़र जारी किया गया है, उसके मुताबिक ब्लेज एक्स 5जी में सर्कुलर कैमरा मॉड्यूल दिया गया है, जिसमें डबल कैमरा सेटअप मौजूद है. इसमें 64MP का प्राइमरी कैमरा , एक सेकेंडरी कैमरा और अंधेरे में क्लियर तस्वीर लेने के लिए एक LED फ़्लैश दिया गया है. इसके अलावा कंपनी ने इसमें फ्रंट में कर्व्ड AMOLED डिस्प्ले पैनल भी दिया है.

अगर हम इसके कॉन्फिगरेशन की बात करें तो इसमें 4GB, 6GB और 8GB रैम दी गई है. इसके साथ में ही इसमें 8GB तक वर्चुअल रैम का भी सपोर्ट मिलेगा. वहीं अगर हम कलर ऑप्शन की बात करें तो कंपनी ने फोन को दो रंगों में लॉन्च करने का प्लान बनाया है, जो कि हैं ग्रे और डार्क वॉयलेट है. इसके अलावा फोन में आपको यूएसबी टाइप-सी पोर्ट मिलेगा. वहीं फोन के दाईं ओर पावर बटन, वॉल्यूम रॉकर और डिस्प्ले पर एक सेंटर्ड पंच होल कटआउट है.

Lava Blaze X 5G की कीमत

फिलहाल कंपनी की तरफ से इसके प्राइज को लेकर कोई भी अधिकारिक घोषणा नहीं की गई हैं. हालांकि, जानकारों का मानना हैं कि लावा अपने स्मार्टफोन को सबसे सस्ते 5जी फोन के तौर पर लॉन्च कर सकती है. अगर ये बात सही साबित हुई तो यूजर्स कम दाम पर 5जी फोन का यूज कर सकेंगे. इस फोन का असल दाम क्या होगा ये तो अब 10 जुलाई को लॉन्च होने के बाद ही पता चलेगा, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि फोन की शुरुआती कीमत 10,000 रुपये से कम हो सकती है.

यह भी पढ़ें: WhatsApp में आया ‘Imagine Me’ फीचर: अब AI से बनवाएं अपनी शानदार फोटो, यहां जानें कैसे

Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button