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फोन से नहीं आ रही है आवाज! कोई बात नहीं, बस सेटिंग्स में जाकर इन चीजों को करें चेंज

Increase Mobile Volume: ऐसा अक्सर देखा गया है कि फोन के पुराने हो जाने के बाद उसकी साउंड यानी आवाज़ कम हो जाती है, जिसकी वजह से लोगों को कॉल पर सामने वाले की बात ठीक तरह से सुनाई नहीं देती है. बार-बार ऐसा होने से लोग परेशान हो जाते हैं.

फोन में नहीं आ रही आवाज़

आवाज अच्छे से सुनने के लोग लिए ईयरफोन या फिर बड्स का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन उससे भी ज्यादा फायदा नहीं मिलता है. वॉल्यूम बढ़ाने के लिए लोग प्ले स्टोर से थर्ड पार्टी ऐप का भी यूज करते हैं. लोगों लगता है कि फोन में कुछ खराबी की वजह से ऐसा हो रहा है, फोन को सही करवाने में भी कुछ लोग अच्छा खर्च कर देते हैं. ऐसी स्थिति में आपको बस कुछ सेटिंग्स को चेंज करना हैं. उसके बाद आपके फोन की आवाज सही हो जाएगी. तो चलिए जानते हैं कि फोन की धीमी आवाज को तेज कैसे कर सकते हैं.  

ऐसे बढ़ाएं फोन की वॉल्यूम

सबसे पहले फोन की सेटिंग्स में जाकर Sounds and Vibration ऑप्शन को ओपेन करें. इसके बाद सेक्शन में सबसे नीचे  Ear- Customized Sound effects ऑप्शन को क्लिक करके ओपेन करें. फिर आपको Ear- Customized Sound effects का टॉगल ऑन करना है. टॉगल ऑन करने के बाद आपको वहां पर कई Age वाले ऑप्शन दिखाई देंगे. अपनी Age के अनुसार सेक्शन सेलेक्ट कर लें, जैसै अगर आपकी ऐज 30 से कम की है, तो आप Under 30 year Old सेक्शन सेलेक्ट करें. अगर फोन का इस्तेमाल कोई बुजुर्ग करता है तो उनके लिए Above 60 Years वाले ऑप्शन सेलेक्ट करें.  

फोन में ये सेटिंग करने के बाद वॉल्यूम की आवाज पहले से बढ़ जाएगी. इस सेटिंग के चलते न आपको नया फोन खरीदना होगा और न सर्विस सेंटर ले जाकर पैसे खर्च करने पड़ेगें. इस बात का जरुर ध्यान रखे की आप सेटिंग में जो भी ऐज सेलेक्ट करें वो सही हो अगर आप कम उम्र में 60 वाला साउंड सेट करते हैं, तो इससे आपको सुनने में दिक्कत हो सकती है.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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