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कोई चाहकर भी नहीं कर सकेगा आपकी DP का गलत इस्तेमाल, WhatsApp लाया जबरदस्त फीचर

WhatsApp DP Hide Feature: आज के समय में दुनिया भर में करोड़ों लोग मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन यूजर्स वॉट्सऐप पर अपनी प्रोफाइल फोटो लगाने से पहले दो बार सोचते हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि उनकी फोटो किसी गलत हाथ में न लग जाए और वो इसका गलत इस्तेमाल न कर सकें. अब आपको इस बारे में सोचने की जरूरत नहीं है. दरअसल, वॉट्सऐप एक बेहतरीन फीचर ला रहा है, जिसमें आपको अपनी डीपी को हाइड करने का ऑप्शन मिलेगा.

यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे आप अपनी पंसदीदा फोटो डीपी पर बिना किसी डर के लगा सकते हैं. आपको बस सेटिंगस में जाकर कुछ चेंज करने होंगे. इसके बाद आप खुद डिसाइड कर पाएंगे कि कौन आपकी वॉट्सऐप डीपी देखे सकेगा और कौन नहीं.

इन स्टेप्स को करें फॉलो

  • सबसे पहले वॉट्सऐप ओपन कर राइट हैंड साइड पर तीन डॉट्स पर क्लिक करें. इसके बाद सेटिंग ऑप्शन पर जाएं. यहां अकाउंट ऑप्शन पर जाकर उसे ओपन करें. यही में आपको प्राइवेसी आप्शन दिखाई देगा. प्राइवेसी ऑप्शन पर आपको प्रोफाइल फोटो का ऑप्शन  दिखाई देगा उस पर क्लिक करें. इसके बाद आपको  Everyone, My contacts, No one तीन आप्शन मिलेंगे. जिनमें से आपको कोई एक आप्शन सेलेक्ट करना होगा. 

Everyone: ये ऑप्शन ऐप के साथ डिफाल्ट सेटिंग में आता है. इस ऑप्शन को सेलेक्ट करके आपकी डीपी कोई भी देख सकता है. फिर चाहे उसका नंबर आपने सेव किया हो या फिर न किया हो. वो आपकी डीपी देख सकेगा.

My Contacts: इस ऑप्शन को सेलेक्ट करने के बाद आपकी डीपी सिर्फ आपके कॉन्टैक्ट्स ही देख सकेंगे. इसके अलावा और कोई आपकी डीपी नहीं देख सकेगा. इस ऑप्शन में आप अपने मन से कान्टैक्टस कर सकते हैं. जिन्हें आपको अपनी डीपी दिखानी हो. 

No One: इस आप्शन को सेलेक्ट करने के बाद कोई भी आपकी डीपी नहीं देख सकेगा. फिर चाहे वो आपके कान्टैक्टस ही क्यों न हो. तीनों आप्शन में से किसी एक को सेलेक्ट करके Done बटन पर क्लिक कर दें.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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