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टाइगर श्रॉफ इन दो फिल्मों के सहारे हटाएंगे फ्लॉप फिल्मों का ग्रहण!

Tiger Shroff in Baaghi 4: टाइगर श्रॉफ की पिछले 4 सालों में आई कोई भी फिल्म नहीं चली. उनकी लास्ट बड़ी हिट साल 2019 में आई ‘वॉर’ थी.  2020 में आई ‘बागी 3’ ने भी ठीकठाक पैसा कमा लिया था. लेकिन इसके बाद टाइगर श्रॉफ के करियर को ग्रहण सा लग गया.

उनकी बड़े मियां छोटे मियां, गणपत और हीरोपंती 2, तीनों फिल्में बिग बजट होने के बावजूद बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिरीं. हालांकि, टाइगर श्रॉफ के फैंस के लिए एक अच्छी खबर भी है. खबर ये है कि टाइगर श्रॉफ धमाकेदार वापसी करने वाले हैं. और वो अपने करियर को ट्रैक पर लाने की तैयारी में जुट भी चुके हैं. 

टाइगर फिर से काम करेंगे अपनी सबसे बड़ी हिट फ्रेंचाइजी में
बॉलीवुड हंगामा ने सूत्र के हवाले से लिखा है कि टाइगर उनकी सबसे बड़ी हिट फ्रेंचाइजी ‘बागी’ के चौथे पार्ट में दिखने वाले हैं. उनके करियर को पटरी पर लाने में फिल्म प्रोड्यूसर साजिद नाडियाडवाला उनकी मदद करने वाले हैं. वो उनके साथ ‘बागी 4’ लाने वाले हैं. 


जनवरी से शुरू होगी फिल्म की शूटिंग
बॉलीवुड हंगामा के मुताबिक, फिल्म की शूटिंग जनवरी से शुरू होगी. पोर्टल ने सूत्र के हवाले से लिखा है, ”बागी एक पॉपुलर फिल्म फ्रेंचाइजी है और ये पब्लिक के लिए एक सच्ची एक्शन फिल्म है. इस फ्रेंचाइजी की तीनों फिल्में हिट रही हैं और इसीलिए साजिद और टाइगर की जोड़ी इस फिल्म को शुरू करने की तैयारी में है. ये अब तक की इस सीरीज की सबसे बड़ी फिल्म होने वाली है और निर्माता जल्द ही फिल्म को लाने के लिए उत्साहित हैं.”

अजय देवगन के साथ एक्शन करते दिखने वाले हैं टाइगर
फिलहाल टाइगर श्रॉफ को फैंस उनकी आने वाली फिल्म ‘सिंघम अगेन’ में अजय देवगन के साथ देखने को बेकरार हैं, जिसमें उनका एक्शन अवतार देखने को मिलेगा. रोहित शेट्टी के डायरेक्शन में बन रही ये मल्टीस्टारर फिल्म इसी साल दीवाली के मौके पर रिलीज होगी.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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