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अगस्त 2024 में Apple से लेकर Microsoft तक ने क्यों सैकड़ों को नौकरी से निकाला? सामने आ गई वजह

2024 में टेक उद्योग में छंटनियों की लहर धीमी पड़ने का नाम नहीं ले रही है. 2022 और 2023 के दौरान टेक कंपनियों द्वारा बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी के बाद, इस वर्ष भी यह सिलसिला जारी है. स्वतंत्र छंटनी ट्रैकर Layoffs.fyi के अनुसार, 30 अगस्त 2024 तक, 422 टेक कंपनियों ने 1,36,782 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है.

छोटे फर्म ही नहीं बल्कि Apple, Microsoft और Google जैसी बड़ी टेक कंपनियां भी इस वर्ष अपने कर्मचारियों की संख्या को कम कर रही हैं, जो पिछले साल सामूहिक छंटनी की घोषणा के बाद भी जारी है. ये कंपनियां अपने कर्मचारियों की संख्या में बड़े पैमाने पर कटौती कर रही हैं, जो लागत में कटौती, पुनर्गठन प्रयासों और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसी उभरती तकनीकों की ओर रणनीतिक बदलाव से प्रेरित व्यापक उद्योग प्रवृत्तियों को दर्शाता है.

इन कंपनियों ने इस महीने की छटनी

Apple हाल ही में नौकरी में कटौती की घोषणा करने वाला बड़ा टेक प्लेयर है, जिसने कथित तौर पर अपनी डिजिटल सेवाओं की टीम में लगभग 100 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है. यह छंटनी कंपनी की बुक्स और न्यूज़ टीमों के कर्मचारियों को प्रभावित करेगी, जो Apple की डिजिटल कंटेंट रणनीति में संभावित बदलाव का संकेत देती है.

इससे पहले मई में, Apple ने कैलिफ़ोर्निया में 614 कर्मचारियों की छंटनी की थी, जो एक लंबे समय से चल रहे इलेक्ट्रिक वाहन (EV) प्रोजेक्ट के बंद होने के बाद हुई.

GoPro

एक्शन कैमरों और संबंधित तकनीकों के लिए प्रसिद्ध GoPro ने भी 2024 के अंत से पहले अपने कुल कर्मचारियों की संख्या में लगभग 15 प्रतिशत की कमी करने की योजना की घोषणा की है. यह पुनर्गठन प्रयास कथित तौर पर लगभग 139 कर्मचारियों को प्रभावित करेगा, क्योंकि कंपनी कठिन बाजार परिस्थितियों के बीच लागत में कटौती और अपने मूल व्यवसाय पर फिर से ध्यान केंद्रित करने की कोशिश कर रही है.

Sonos

ऑडियो तकनीक कंपनी Sonos ने एक और दौर की छंटनी की पुष्टि की, जिसमें 100 कर्मचारियों, यानी लगभग 6 प्रतिशत कार्यबल की छंटनी की गई. Sonos ने पहले ही 2023 में अपने कर्मचारियों की संख्या में 7 प्रतिशत की कमी की थी.

Cisco

नेटवर्किंग दिग्गज Cisco भी इस वर्ष एक और दौर की छंटनी की योजना बना रही है, जिसमें हजारों नौकरियों को समाप्त करने की रिपोर्ट है. कंपनी ने पहले ही फरवरी 2024 में 4,000 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी की थी, जो एक व्यापक पुनर्गठन पहल का हिस्सा थी, जिसका उद्देश्य अपने व्यवसाय को वर्तमान बाजार स्थितियों और भविष्य की विकास संभावनाओं के साथ बेहतर ढंग से संरेखित करना था.

Intel

चिप निर्माता Intel ने इस महीने की शुरुआत में वर्ष की सबसे बड़ी छंटनी की घोषणा की, जिसमें 15,000 कर्मचारियों की छंटनी की गई जो कि उसके कुल कार्यबल का 15 प्रतिशत है. CEO पैट गेलसिंगर ने कहा कि यह छंटनी उम्मीद से धीमी राजस्व वृद्धि और AI जैसी भविष्य की तकनीकी प्रवृत्तियों के लिए कंपनी को बेहतर स्थिति में लाने की आवश्यकता के कारण की गई थी.

Microsoft

इस बीच, Microsoft ने 2024 में अपनी छंटनी की प्रवृत्ति जारी रखी, जिसमें विभिन्न डिवीजनों को प्रभावित करने वाले कई दौर की नौकरी में कटौती हुई. जनवरी में, कंपनी ने Activision Blizzard के अधिग्रहण के बाद अपने गेमिंग यूनिट से 2,000 कर्मचारियों की छंटनी की थी. जून और जुलाई में Microsoft के क्लाउड व्यवसाय Azure, HoloLens मिश्रित वास्तविकता खंड, और उत्पाद और कार्यक्रम प्रबंधन भूमिकाओं को लक्षित करने वाली subsequent छंटनी हुई.

छंटनी का कारण क्या है?

इन प्रमुख टेक कंपनियों में लगातार छंटनी की श्रृंखला उद्योग में एक व्यापक प्रवृत्ति को दर्शाती है, जो लागत में कटौती के उपायों, AI की ओर रणनीतिक बदलाव, और post-pandemic बाजार वास्तविकताओं के अनुकूल होने की आवश्यकता से प्रेरित है. कई कंपनियों ने महामारी के दौरान कर्मचारियों की अधिक भर्ती की थी, और अब वे भविष्य की विकास संभावनाओं के साथ लागतों को संतुलित करने के लिए अपने कार्यबल को कम करने की कोशिश में जुटी हुई है.

इसके अलावा, AI के रूप में एक परिवर्तनकारी तकनीक के तेजी से उदय ने कई कंपनियों को संसाधनों का पुन: आवंटन करने और इस उभरते हुए क्षेत्र में बेहतर प्रतिस्पर्धा करने के लिए अपने संचालन को पुनर्गठित करने के लिए प्रेरित किया है.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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