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Samsung लॉन्च करने जा रहा अपनी पहली स्मार्ट रिंग, फीचर्स तो धांसू लेकिन होश उड़ा देगी कीमत!

Samsung Galaxy Ring: स्मार्टफोन बनाने वाली टेक वर्ल्ड की दिग्गज कंपनी सैमसंग की पहली स्मार्ट रिंग 10 जुलाई को लॉन्च करने जा रही है. इस रिंग का नाम सैमसंग गैलेक्सी रिंग होगा. सैमसंग गैलेक्सी रिंग को पहली बार जनवरी में टीज किया गया था. कंपनी की तरफ से अभी इस स्मार्ट रिंग के फीचर्स और स्पेसिफिकेशन्स के बारे में खुलासा नहीं किया गया है हालांकि लीक डिटेल सामने आई है. जिसमें इसकी कीमत का हिंट भी मिला है. 

डीलैब्स के मुताबिक, फ्रांस में गैलेक्सी रिंग की कीमत 449 यूरो हो सकती है यानी भारत में यह करीब 40 हजार 500 रुपये के बराबर होगी. इसके साथ ही लीक में यह भी सामने आया है कि यह रिंग फ्रांस में तीन कलर ऑप्शन ब्लैक, सिल्वर और गोल्ड कलर में पेश की जाएगी.

नौ साइज में आने वाली यह रिंग यूएस स्टैंडर्ड 5 से 13 तक उपलब्ध होगी. कहा जा रहा है इस रिंग का कनेक्शन सीधे बैटरी से होने वाला है. बड़े साइज वाली रिंग में ज्यादा बैटरी लाइफ मिलने वाली है. 

सैमसंग स्मार्ट रिंग में मिलेंगे ये बेहतरीन फीचर्स

सैमसंग की इस रिंग में काफी सारे फीचर्स दिए गए जाएंगे जैसे कि हेल्थ ट्रैकिंग के लिए सेंसर्स लगे होंगे, और साथ ही यह एक मैटेलिक बॉडी के साथ आती है.  यह रिंग हार्ट रेट मॉनिटरिंग, SpO2 (Blood Oxygen) मॉनिटर, नींद ट्रैकिंग और काफी सारे फीचर्स के साथ आएगी. भारत के लिए यह प्रोडक्ट बिलकुल नया होगा, क्योंकि ऐसा प्रोडक्ट भारत में पहली बार लॉन्च होने वाला है.

Elec Report के मुताबिक, सैमसंग शुरुआत में इसकी 4 लाख यूनिट बनाने की तैयारी कर रही है. रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि मार्केट रिस्पांस के बाद इस प्रोडक्शन को बढ़ाया जा सकता है. 10 जुलाई में लॉन्च होने के बीच इसका प्रोडक्शन मई में शुरू होगा, जो कि पूरी तरह इसके रिस्पांस पर डिपेंड करता है. 

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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