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OnePlus के इन फोन्स में आई दिक्कत, रिपेयर कॉस्ट फोन की कीमत से भी ज्यादा, कंपनी ने बताया उपाय

OnePlus Smartphones: चाइनीज स्मार्टफोन निर्माता कंपनी वनप्लस के कुछ स्मार्टफोन्स में एक बड़ी खराबी सामने आई है. कुछ भारतीय उपयोगकर्ता के अनुसार, वनप्लस 9 (OnePlus 9) और वनप्लस 10 (OnePlus 10) के मदरबोर्ड में कोई दिक्कत आ रही है जिससे उन्हें फोन चलाने में समस्या हो रही है. इस बात को कुछ दिन बीत गए हैं और अब कंपनी ने इस समस्या पर बात की है.

दरअसल, पिछले हफ्ते कुछ यूजर्स ने शिकायत की थी है कि उनके फोन ने अचानक से काम करना बंद कर दिया है. वहीं फोन की रिपेयर कॉस्ट डिवाइस की मौजूदा मार्केट कीमत से ज्यादा है. यह समस्या ज्यादातर वनप्लस 9 और 10 प्रो यूज़र्स को हो रही है. वहीं यूजर्स के मुताबिक ऐसा शॉफ्टवेयर अपडेट के बाद हो रहा है.

महंगी रिपेयर कॉस्ट

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वनप्लस सर्विस रिपेयर टीम ने वनप्लस फोन के खराब मदरबोर्ड बदलने पर 42 हजार रुपये का खर्च बताया है जो कि नए वनप्लस 10 प्रो की वर्तमान में मार्केट वैल्यू के करीब है. कंपनी ने एक मीडिया से बात करते हुए कहा कि, ‘हमें कुछ हालिया मामलों के बारे में सुनकर दुख हुआ है जहां यूज़र्स को डिवाइस के मदरबोर्ड से जुड़े अपने वनप्लस 9 और 10 प्रो के साथ कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि कंपनी अभी इसके पीछे के कारण की जांच कर रही है. हम आपको यकीन दिलाते हैं कि हम प्रभावित यूज़र्स के लिए इसे जल्द से जल्द ठीक करने का प्रयास करेंगे.’

कंपनी ने दी जानकारी

कंपनी ने बताया कि, ‘हम जानते हैं कि मदरबोर्ड की मरम्मत महंगी हो सकती है, लेकिन हम उन्हें और किफायती बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. हम अनुरोध करते हैं कि जो भी ग्राहक इसी तरह की समस्या से प्रभावित हैं, वे कस्टमर केयर से संपर्क करें ताकि हम स्थिति को जल्द से जल्द हल करने में मदद कर सकें.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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