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चीन के बाद अब जल्द भारत में एंट्री लेगा Moto का जबरदस्त फोल्डेबल फोन!

Motorola Razr 50 Ultra Smartphone: मोटोरोला के फोल्डेबल फोन की खूब चर्चा हो रही है, जो कि चीन में लॉन्च कर दिया गया है. इस फोन को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म अमेजन पर लिस्ट कर दिया गया है, जिससे यह पचा चलता है कि मोटो रेजर 50 बहुत जल्द भारत में भी एंट्री कर सकता है. हालांकि, भारत में मोटोरोला के इ, फोन की सटीक लॉन्च की तारीख अभी भी गुप्त है, लेकिन कंपनी जल्द ही इसका खुलासा कर सकती है. 

चीन में मोटोरोला रेजर 50 अल्ट्रा की कीमत 5,699 युआन करीब 65,470 भारतीय रुपये) है. रेजर 50 की कीमत 3,699 युआन (लगभग 42,496 रुपये) है. भारत में इसकी कीमतें थोड़ी ज़्यादा होने की उम्मीद है. यह मोटोरोला की तरफ से आने वाला एक क्लैमशेल-स्टाइल फोल्डेबल स्मार्टफोन है, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से रिलेटेड काफी सारे नए फीचर्स मिलने वाले हैं. 

Motorola Razr 50 Ultra के स्पेसिफिकेशन्स 

Motorola Razr 50 Ultra में यूजर्स को एडैप्टिव स्टैबलाइजेशन, एक्शन शॉट, इंटेलिजेंट ऑटो फोकस ट्रैकिंग, फोटो एनहांसमेंट प्रो, सुपर जूम, कलर ऑप्टिमाइजेशन, स्टाइल सिंक और AI मैजिक कैनवस जैसे काफी सारे AI फीचर्स मिलने वाले हैं. इसकी माइक्रोसाइट ई-कॉमर्स वेबसाइट Amazon पर लाइव हो चुकी है. इस फोन के स्पेसिफिकेशन्स की बात की जाए तो इसमें आपको 3.6 इंच का कवर डिस्प्ले और 6.9 इंच का इनर डिस्प्ले मिलने वाला है. 

परफॉरमेंस की बात करें तो इसमें Qualcomm Snapdragon 8s Gen 3 लगा हुआ है, जिसे 12GB तक रैम और 512GB स्टोरेज के साथ जोड़ा गया है. कैमरा की बात की जाए तो Motorola Razr 50 Ultra में 50 मेगापिक्सेल का ड्यूल कैमरा और 32 मेगापिक्सेल का कैमरा दिया गया है. इसी के साथ इसमें 3.6 इंच का कवर डिस्प्ले और 6.9 इंच का इनर डिस्प्ले मिलने की सम्भावना है, इस फोन में 4,000 mAh की बैटरी लगी है जो कि USB Type-C चार्जिंग को सपोर्ट करती है.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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