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ठप हुईं माइक्रोसॉफ्ट की सेवाएं! हजारों लोगों ने की शिकायत, दो महीने के भीतर दोबारा हुआ ऐसा

Microsoft 365 Outage: Microsoft 365 की सेवाएं अचानक ठप हो गई हैं. इससे 16,000 से अधिक यूजर्स को परेशानी का सामना करना पड़ा है. आउटेज ट्रैकिंग वेबसाइट Downdetector.com के अनुसार, इस घटना ने कई यूजर्स को प्रभावित किया है. दो महीने पहले ही एक सॉफ्टवेयर अपडेट से लगभग 8.5 मिलियन Windows डिवाइस पर असर पड़ा था.इससे एयरलाइंस, बैंक और हेल्थकेयर जैसी प्रमुख इंडस्ट्रीज में ऑपरेशंस पर बुरा असर पड़ा था.

माइक्रोसॉफ्ट ने दी प्रतिक्रिया

माइक्रोसॉफ्ट ने सर्विस ठप होने को लेकर अपनी प्रतिक्रिया भी दी है. कंपनी ने कहा, ‘हम समस्याओं की जांच कर रहे हैं, जिसकी वजह से यूजर्स Microsoft 365 सर्विसेज का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं.’ कंपनी ने अभी तक दिक्कत के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है और ना ही बताया है कि ये परेशानी कब दूर होगी. वहीं, Microsoft के Azure क्लाउड प्लेटफॉर्म ने बताया है कि AT&T नेटवर्क से जुड़ने में परेशानी आ रही है. इसकी जांच की जा रही है. 

ये हो सकती है सर्विस डाउन होने की वजह

Microsoft की सेवाओं में आई परेशानी का संभावित कारण AT&T नेटवर्क हो सकता है.  Downdetector के मुताबिक, AT&T सेवाओं से जुड़ी समस्याओं की शिकायत की है, जबकि, 6,500 से अधिक यूजर्स ने Microsoft 365 सेवाओं तक पहुंचने में दिक्कत की जानकारी दी थी. 

19 जुलाई को भी डाउन हुआ था सर्वर

इससे पहले शुक्रवार (19 जुलाई, 2024) के दिन माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर डाउन होने से पूरी दुनियाभर में इसका असर देखने को मिला. इसकी सबसे बड़ी वजह एंटीवायरस प्रोग्राम में अपडेट को बताया गया. सर्वर डाउन होने से हवाई सेवा, दूरसंचार सेवा, बैंक और मीडिया संस्थानों पर इसका असर देखने को मिला. ये अब तक का सबसे बड़ा आईटी क्रैश बताया गया. कंपनी को इसे पूरी तरह ठीक करने में करीब एक हफ्ते का समय लग गया. 

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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