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जियो के इस स्पेशल ऑफर ने उड़ाई BSNL, Airtel और Vi की नींद, जानें पूरी डिटेल

Jio Independence Day 2024 Offer: आज पूरे भारत देश में 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है. इस मौके पर कई टेलीकॉम कंपनियों ने कई खास ऑफर्स दिए हैं. इस मौके पर जियो ने भी एक ऐसा ऑफर पेश किया है, जो उनके विरोधियों यानी एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और खासतौर पर बीएसएनएल को कड़ी टक्कर दे सकता है. 

जियो का शानदार ऑफर

जियो के इस ऑफर का नाम फ्रीडम ऑफर है. जियो का यह खास ऑफर उन लोगों के लिए है, जो अपने घर में वाई-फाई लगवाना चाहते हैं. दरअसल, अगर आप एयरटेल, वीआई या बीएसएनएल की तरह किसी भी ब्रॉडबैंड सर्विस देने वाली कंपनी की वाई-फाई सर्विस को अपने घर में लगवाएंगे तो आपको वन-टाइम इंस्टॉलेशन चार्ज देना ही पड़ता है. 

रिलायंस जियो की वाई-फाई सर्विस यानी जियो एयरफाइबर को इंस्टॉल करवाने के लिए भी ग्राहकों को वन-टाइम इंस्टॉलेशन चार्ज देना पड़ता है, जिसकी फीस 1000 रुपये है. हालांकि, जियो ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जियो एयरफाइबर के अपने नए ग्राहकों को फ्री में इंस्टॉलेशन सर्विस देने का ऑफर दिया है.

1000 रुपये का होगा फायदा

इसका मतलब है कि अगर आप जियो एयरफाइबर की नई सर्विस अपने घर में लगवाएंगे तो आपको 1000 रुपये की वन-टाइम इंस्टॉलेशन फीस नहीं देनी होगी. इससे आप सीधे तौर पर 1000 रुपये की बचत कर सकते हैं. हालांकि, जियो के इस ऑफर का फायदा उठाने के लिए कुछ नियमों का मानना जरूरी है. 

जियो का यह फ्रीडम ऑफर 3 महीने वाले ब्रॉडबैंड प्लान के लिए है. जियो के इस प्लान के लिए यूज़र्स को 2121 रुपये खर्च करने होंगे. इस एयरफाइबर प्लान के साथ यूज़र्स को 30Mbps की इंटरनेट स्पीड, 1000GB डेटा, 14 ओटीटी ऐप्स का सब्सक्रिप्शन का फायदा मिलता है. हालांकि, कुछ समय पहले तक बीएसएनएल भी अपने ब्रॉडबैंड यूजर्स को मुफ्त में इंस्टॉलेशन की सुविधा दे रहे थे. हालांकि, एयरटेल ने अभी तक ऐसे किसी ऑफर का ऐलान नहीं किया है.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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