टैकनोलजी

बंद हो सकते हैं Apple के ये पुराने मॉडल! iPhone 16 लॉन्च के बाद हो सकता है फैसला

Apple iPhone: एप्पल 9 सितंबर 2024 को अपना बहुप्रतिक्षित फोन आईफोन 16 सीरीज (iPhone 16 Series) को लॉन्च करने वाली है. यह इवेंट रात 10 बजकर 30 मिनट पर शुरू होगा. इस इवेंट में आईफोन 16 सीरीज में कंपनी चार फोन्स को लॉन्च करने वाली है. वहीं अब माना जा रहा है कि आईफोन 16 के लॉन्च होने के बाद कंपनी अपने पुराने मॉडल्स को बंद कर सकती है. इसके साथ ही कंपनी अपना एयरपॉड्स को भी बंद करने का फैसला ले सकती है.

ये मॉडल हो सकते हैं बंद

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एप्पल ज्यादातर अपना नया आईफोन पेश करने के बाद कुछ पुराने मॉडल्स को बंद कर देती है. इसी बार कुछ ऐसा ही माना जा रहा है. मैकरूमर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, iPhone 16 लॉन्च होने के बाद कंपनी iPhone 15 Pro और iPhone 15 Pro Max को बंद कर सकती है. हालांकि कंपनी की ओर से फिलहाल कोई आधिकारीक जानकारी साझा नहीं की गई है.

लेकिन दूसरी माना जा रहा है कि यही दो मॉडल ऐसे हैं जिनमें एप्पल इंटेलिजेंस फीचर मिलता है. इसीलिए कंपनी इन्हें बंद कर सकती है तभी लोग नए एआई फीचर वाले फोन को खरीदने के बारे में सोचेंगे. बता दें कि एप्पल ने iPhone 14 के लॉन्च के बाद ही अपने पुराने मॉडल iPhone 13 Mini को बंद किया था. वहीं आईफोन 13 को कंपनी ने 2021 में लॉन्च किया था जो फिलहाल कंपनी का सबसे पुराना मॉडल है. इसीलिए ऐसा भी हो सकता है कि आईफोन 16 के बाद कंपनी iPhone 13 की बिक्री को बंद कर दे.

AirPods भी हो सकते हैं बंद

एप्पल 9 सितंबर को अपने आईफोन 16 सीरीज के साथ ही एक नया एयरपॉड भी लॉन्च कर सकती है. माना जा रहा है कि कंपनी इस इवेंट में अपना नया AirPods 4 को लॉन्च करेगा. इसे कंपनी दो वेरिएंट्स में लॉन्च कर सकती है. इस एयरपॉड का पहला वेरिएंट AirPods 2 की जगह लेगा और वहीं इसका दूसरा वेरिएंट AirPods 3 की स्थान पर उतारा जाएगा. ब्लूमबर्ग के मार्क गुरमन की मानें तो आईफोन 16 आने के बाद एयरपॉड्स 2 और एयरपॉड्स 3 को कंपनी हमेशा के लिए बंद करने पर फैसला ले सकती है.

यह भी पढ़ें:

फ्लैगशिप सेगमेंट में एंट्री मारेगा Vivo T3 Ultra, पावरफुल प्रोसेसर के साथ मिलेगी फास्ट चार्जिंग

Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button