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India Post Delivery Scam: पता अपडेट करने का मैसेज आए तो हो जाएं सावधान! वरना हो जाएंगे कंगाल!

India Post Delivery Scam: देश में लोगों के साथ हो रहे स्कैम के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते ही चले जा रहे हैं. स्कैमर्स लोगों के साथ स्कैम करने के लिए नए-नए रास्ते ढूंढ रहे हैं. इसी कड़ी में एक नया स्कैम सामने निकलकर आया है. इसमें लोगों को India Post के नाम से ऑर्डर डिलीवरी संदेश जैसा दिखने वाला फर्ज़ी मैसेज आ रहा है.

इंडिया पोस्ट डिलिवरी स्कैम क्या है?

मैसेज में लोगों से कहा जा रहा है कि पार्सल इंडिया पोस्ट के गोदाम में आ गया है, लेकिन अधूरी पता जानकारी के कारण इसे डिलीवर नहीं किया जा सकता है. इस कारण आपको 12 घंटे के भीतर एसएमएस के अंदर दिए गए वेब लिंक का उपयोग करके अपना पता अपडेट करना होगा. लोगों के पास फोन कॉल भी आता है, जिसमें सामने वाला शख्स खुद को इंडिया पोस्ट का अधिकारी बताता है. 

कैसे हो रहा है लोगों के साथ स्कैम

इंडिया पोस्ट डिलीवरी स्कैम में लोगों को आ रहे मैसेज में एक वेब लिंक दिया रहता है. उस लिंक पर जाकर लोगों को अपना पता अपडेट करना होता है. लोगों से बोला जाता है कि अगर वो अपना पता अपडेट नहीं करेंगे तो उनके सभी ऑर्डर रद्द हो जाएंगे. इसी के चलते लोग अपना पूरा पता अपडेट कर देते हैं.

पता अपडेट करने के बाद लिंक आपको अगले पेज पर ले जाता है. यहां आपको रिडिलीवरी के लिए 80 रुपये या 100 रुपये की टोकन राशि देनी होती है. छोटी रकम होने की वजह से लोग अपने डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड की डिटेल्स भड़कर पेमेंट कर देते हैं, इसी गलती की वजह से लोगों के डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड की डिटेल्स स्कैमर्स के पास पहुंच जाती है. 

इंडिया पोस्ट डिलीवरी स्कैम से कैसे बचें?

> अंजान मैसेज और ईमेल से सावधान रहें. अगर आपके पास ऐसे मेसेज आ रहे है तो कोई भी कदम उठाने से पहले उसके बारे में अच्छे से जानकारी ले लें. उसके बाद ही कुछ करें. हमेशा जिस भी ई-कॉमर्स वेबसाइट से कुछ ऑडर करें तो उसका ऐप खोलकर डिलीवरी से जुड़ी सभी जानकारी को चेक कर लें.  

> अगर आपके पास अंजान मैसेज और ईमेल आ रहे हैं, तो सबसे पहले ईमेल पता या वेबसाइट डोमेन को चेक करें. स्कैमर्स ऐसे ईमेल पते या वेबसाइट डोमेन का यूज करते हैं जो ओरिजनल पते से मिलते-जुलते हैं. लेकिन अच्छी बात ये है कि उसमें थोड़े अंतर भी होते हैं.

> सबसे जरुरी बात ये हैं कि किसी भी अंजान लिंक पर क्लिक न करें. इससे आपके साथ धोखाधड़ी होने की संभावना बढ़ जाती है. ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ.

> इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि अगर आपसे कोई आपकी व्यक्तिगत जानकारी या भुगतान के लिए बोल रहा है, तो सबसे पहले कंपनी या संगठन के कस्टमर स्पोर्ट को संपर्क करें और उनसे इस बारे में जानकारी लें. हैकर्स द्वारा बनाई गई कहानी की जांच करने के लिए आप इंडिया पोस्ट या अन्य कूरियर कंपनियों की कस्टमर स्पोर्ट सर्विस को कॉल कर सकते हैं.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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