टैकनोलजी

Telegram पर पाकिस्तान से आए 3 मिनट के ‘फिदायीन युद्ध’ के वीडियो ने मचाई खलबली, NIA की बढ़ी चिंत

Telegram: पाकिस्तान स्थित आतंकवादी फरहतुल्लाह ग़ोरी ने टेलीग्राम पर एक वीडियो जारी किया है जिसमें भारत के प्रमुख शहरों में ट्रेनों पर हमले करने की धमकी दी गई है. TOI की रिपोर्ट के अनुसार, यह वीडियो मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर तेजी से वायरल हो रहा है और इसमें विशेष रूप से दिल्ली और मुंबई के रेल नेटवर्क को निशाना बनाया गया है.

क्या कहा गया वीडियो में

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वीडियो में, भारतीय खुफिया एजेंसियों द्वारा मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल आंतकवादी ग़ोरी ने फ्यूल पाइपलाइनों, परिवहन प्रणालियों और रेलवे ट्रैक जैसे महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे पर हमले करने की धमकी दी है. इसका उद्देश्य केवल देश में आतंकवाद फैलाना है.

“पेट्रोल पाइपलाइनों, उनकी लॉजिस्टिक चेन, और सहयोगियों को निशाना बनाओ… रेलवे लाइनों और उनके परिवहन प्रणाली को बाधित करो… ये अराजकता पैदा कर देंगे.” ऐसा वीडियो में कहा गया है.

ग़ोरी ने दावा किया कि भारतीय अधिकारी कई एजेंसियों के माध्यम से उनके संगठन से जुड़े संपत्तियों को निशाना बना रहे हैं, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है.

सुरक्षा अधिकारी कई घटनाओं की जांच कर रहे हैं. इसमें हालही में हुए 23 और 24 अगस्त को रेलवे ट्रैक पर सीमेंट ब्लॉकों वाली घटना भी शामिल है. इसमें एक वंदे भारत ट्रेन को टार्गेट करके इसे डिरेल करने की साजिश थी.

कई वर्षों से भारत के रडार पर फरहतुल्लाह ग़ोरी

जानकारी के मुताबिक, ग़ोरी वर्षों से भारतीय खुफिया एजेंसियों द्वारा निगरानी में है, और वह आतंकवादी गतिविधियों में शामिल रहा है, जिसमें 2002 में गांधीनगर के अक्षरधाम मंदिर पर हमला भी शामिल है. उसकी हालिया सक्रियता को भारत को अस्थिर करने के लिए आईएसआई के प्रयासों से जोड़ा जा रहा है, और रिपोर्ट्स के मुताबिक, ग़ोरी ने इस्लामिक स्टेट (आईएस) में कई युवाओं के साथ ही भारतीय युवाओं को भी भर्ती किया है.

मार्च में, ग़ोरी ने एक और वीडियो जारी कर भारत के खिलाफ युद्ध भड़काने की कोशिश की थी जिसे कथित तौर पर आईएसआई द्वारा किए गए प्रयास का हिस्सा बताया जा रहा है.

यह भी पढ़ें:

बदल जाएगा फोन चलाने का अंदाज, अक्टूबर में आ रहा Android 15, मिलेंगे नए फीचर्स

Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button