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बिग बॉस ओटीटी 3 से निकलते ही सना सुल्तान ने अरमान मलिक पर लगाए गंभीर आरोप

Bigg Boss OTT 3: सना सुल्तान ‘बिग बॉस ओटीटी 3’ से बाहर आ चुकी हैं. घर के सदस्यों ने उनके खिलाफ वोटिंग करके उन्हें घर से एविक्ट कर दिया. अब घर से बाहर आने के बाद सना सुल्तान ने यूट्यूबर और शो के कंटेस्टेंट अरमान मलिक पर बॉडी शेमिंग करने जैसे आरोप लगा दिए हैं. इसके अलावा एक्ट्रेस ने चेतावनी देते हुए कहा है कि शो से निकलने के बाद अरमान मलिक को अपने किए का हर्जाना भरना होगा.

इंडिया टुडे को दिए एक इंटरव्यू में सना सुल्तान ने कहा- ‘मुझे ये देखकर बहुत बुरा लगा कि एक आदमी इस तरह का बर्ताव कैसे कर सकता है, खासकर पब्विक मंच पर. मुझे लगता है कि किसी को शब्दों का बुद्धिमानी से इस्तेमाल करना सीखना होगा.’

सना सुल्तान ने लगाए ये आरोप 
सना सुल्तान ने आगे कहा- ‘जिस तरह से उसने (अरमान मलिक) मेरे साथ बर्ताव किया और ऐसी अपमानजनक कमेंट किए, उससे मुझे उससे नफरत होने लगी. उन्हें लगता है कि वह जो करना चाहते हैं उससे बच सकते हैं. लेकिन वो नहीं जानते कि बाहर निकलने के बाद उसे क्या नतीजे भुगतने होंगे.’

दो दिन पहले शो से बाहर हुईं सना
दो दिन पहले ही सना सुल्तान और अदनान शेख का ‘बिग बॉस ओटीटी 3’ के घर का सफर खत्म हुआ है. सना सुल्तान जहां शुरुआत से शो का हिस्सा थीं तो वहीं अदनान शेख हफ्ते भर पहले ही वाइल्ड कार्ड एंट्री लेकर शो में शामिल हुए थे. हालांकि अब दोनों ही शो से बाहर हो चुके हैं. इससे एक दिन पहले ही दीपक चौरसिया को भी ‘बिग बॉस ओटीटी 3’ के घर से एविक्ट किया गया था.

कृतिका संग इंटीमेट होते वायरल हुआ था अरमान का वीडियो
बता दें कि इससे पहले अरमान मलिक एक वायरल वीडियो को लेकर चर्चा में थे. इस वीडियो में वे ‘बिग बॉस ओटीटी 3’ के घर में अपनी वाइफ कृतिका मलिक संग इंटीमेट होते दिख रहे हैं. हालांकि जियो सिनेमा ने इस वीडियो को फेक बताते हुए साइबर क्राइम में इसकी शिकायत दर्ज कराई है.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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