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Bigg Boss OTT 3: पायल को धोखा देने पर सना मकबूल ने अरमान से पूछा तीखा सवाल, कहा- ‘अगर पायल ये करती तो…’

अनिल कपूर का फेमस रियलिटी शो ‘बिग बॉस ओटीटी 3’ इन दिनों काफी सुर्खियां बटोर रहा है। शो में फेमस यूट्यूबर अरमान मलिक ने अपनी दोनों बीवियों पायल मलिक और कृतिका मलिक के साथ एंट्री मारी है। बता दें कि कृतिका पायल की बेस्ट फ्रेंड थी और उन्होंने पायल की शादी के 8 साल बाद अरमान मलिक से शादी रचाई थी। इस बात का खुलासा खुद पायल मलिक ने शो के प्रीमियर पर किया था। पायल ने बताया था कि बेटे के दूसरे बर्थडे की फोटोज के लिए उन्होंने अरमान का नंबर कृतिका को दिया था और यहीx से उन दोनों का अफेयर शुरू हुआ।

ग्रैंड प्रीमियर पर सुनाई थी पायल मलिक ने अपनी स्टोरी

पायल मलिक ने ग्रैंड प्रीमियर में आगे बताया था कि केवल 6 दिन के अफेयर के दौरान अरमान ने कृतिका से कोर्ट मैरिज कर ली थी। इस बात को जानकर पायल मलिक को बड़ा धक्का लगा था और उन्होंने अरमान को छोड़ दिया था। हालांकि 1 साल तक अलग रहने के बाद पायल फिर से अरमान मलिक संग रहने लगी थीं। अब अरमान मलिक अपनी दोनों बीवियों पायल और कृतिका के साथ खुशी से रहते हैं।

बिग बॉस ओटीटी 3 का वीडियो

सना मकबूल ने पूछा अरमान मलिक से सवाल

अब इसी बीच बिग बॉस ओटीटी 3 का नया वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में सना मकबूल अरमान मलिक से पूछ रही हैं कि अगर उनकी जगह पायल किसी दूसरे लड़के को उनके सामने लाकर खड़ा कर देतीं तो क्या वह उस लड़के को एक्सेप्ट करते? सना मकबूल का सवाल सुनकर अरमान बुरी तरह से भड़क जाते हैं और कहते हैं कि नहीं मैं नहीं करता। इस वीडियो में सना मकबूल कह रही हैं, “चलो इस रोल को उल्टा कर दो। पायल जी अगर किसी आदमी को लातीं तो क्या आपको इससे कोई परेशानी नहीं होती?” इसके जवाब में अरमान कहते हैं, “क्या लाकर वो उसे घर में रखेगी? वो बाद की बात है, इसका कोई जवाब नहीं है।” इसके बाद अरमान मलिक कहते हैं कि पायल ने एक्सेप्ट कर लिया लेकिन मैं नहीं करता।

Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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