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अनंत-राधिका के लिए मुकेश अंबानी और नीता अंबानी की खास परफॉर्मेंस, नाती-पोते ने भी दिया साथ

Anant Ambani-Radhika Merchant Sangeet Ceremony: मुकेश अंबानी के छोटे बेटे अनंत अंबानी अपनी मंगेतर राधिका मर्चेंट से शादी करने जा रहे हैं. कपल 12 जुलाई को सात फेरे लेकर सात जन्मों के लिए एक-दूजे का हो जाएगा. इससे पहले उनके प्री-वेडिंग फंक्शन्स शुरू हो गए हैं. आज (5 जुलाई) कपल की संगीत नाइट है और ऐसे में मुकेश अंबानी और नीता अंबानी ने अपने बेटे के दिन को और भी खास बना दिया है.

दरअसल मुकेश अंबानी और नीता अंबानी ने अनंत-राधिका की संगीत सेरेमनी के लिए एक खास परफॉर्मेंस तैयार की है. इसमें उनके साथ उनके नाती-पोते पृथ्वी, आदिया, कृष्णा और वेदा ने भी उनका साथ दिया है. अंबानी कपल का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वे बच्चों के साथ एक गाड़ी में बैठे हैं. मुकेश अंबानी इस गाड़ी को चला रहे हैं वहीं नीता अंबानी बच्चों के साथ खेलती दिख रही हैं.


‘चक्के में चक्का, चक्के में गाड़ी…’ पर अंबानी कपल की परफॉर्मेंस
मुकेश और नीता अंबानी के इस परफॉर्मेंस वीडियो में वे चक्के में चक्का… चक्के में गाड़ी…’ गाना गाते नजर आ रहे हैं. इस दौरान नीता बच्चों के साथ-साथ पति पर भी प्यार लुटाती दिख रही हैं. गाड़ी में ढेर सारे खिलौने है और गुब्बारे भी लगे. इस वीडियो को वीएफएक्स की मदद से बनाया गया है जो कि इसे कार्टूनिस्टिक बना रहा है.

अनंत-राधिका की संगीत नाइट में सेलेब्स का मेला
बता दें कि अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की संगीत सेरेमनी में बॉलीवुड सेलेब्स की महफिल सजी है. माधुरी दीक्षित, सलमान खान, आलिया भट्ट, रणबीर कपूर, आदित्य रॉय कपूर, अनन्या पांडे, सारा अली खान समेत कई सितारे कपल की संगीत नाइट में शिरकत करने पहुंचे. इसके अलावा क्रिकेट जगत से एम एस धोनी, हार्दिक पांड्या, के एल राहुल और क्रुणाल पांड्या समेत कई खिलाड़ी भी फंक्शन में शामिल हुए.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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