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अब AI की मदद से बेझिझक फ्लाइट टिकट करें बुक, WhatsApp पर मिलेगी सर्विस

AI Assistant Launch for Flight Ticket: कई बार ऐसा देखा गया है कि लोगों को अपने काम की वजह से काफी ट्रेवल करना पड़ता है. समय बचाने के लिए लोग फ्लाइट से यात्रा करते हैं. लेकिन उन्हें टिकट बुकिंग में कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसी परेशानी को दूर करने के लिए एयरलाइन कंपनी IndiGo ने नए एआई फीचर को लांच किया है.

इस फीचर की मदद से पैसेंजर बिना किसी परेशानी के टिकट बुक कर सकेंगे. इसके लिए पैसेंजर्स को वॉट्सऐप पर मेसेज करना होगा.  IndiGo ने पैसेंजर्स को अच्छी सर्विस देने के लिए AI बुकिंग असिस्टेंट 6EsKai को लांच किया है. 6EsKai की मदद से आप आसानी से फ्लाइट टिकट बुक कर सकेंगे. 

कैसे करें टिकट बुक? 

6EsKai एआई असिस्टेंट फीचर गूगल के पार्टनर Riafy की ओर से बनाए गए एक खास एआई प्लेटफॉर्म पर वर्क करता है. जिसके चलते लोगों के लिए टिकट बुकिंग प्रोसेस काफी पहले से आसान हो जाएगा. 6ESKAI का इस्तेमाल करने के लिए आपको वॉट्सऐप पर +917065145858 पर (HI)का मैसेज भेजना होगा. इसके बाद आपसे हिंदी और अंग्रेजी भाषा में से किसी एक को सेलेक्ट करने को कहा जाएगा. भाषा सेलेक्ट करने के बाद आप अपने सवाल 6EsKai से पूछ सकेंगे. 

इन सर्विस में भी होगी आसानी

6EsKai टिकट बुकिंग करने के अलावा पैसेंजर प्रमोशनल डिस्काउंट के बारे में भी जानकारी ले सकेंगे. इसके अलावा वॉट्सऐप पर मिल रही इस एआई असिस्टेंट की मदद से लोग वेब चेक-इन की सुविधा का फायदा भी उठा सकेंगे. वहीं पैसेंजर फ्लाइट में सीट सेलेक्ट करने के लिए भी 6EsKai की मदद ले सकेंगे. पैसेंजर किसी ट्रिप की प्लानिंग की प्लानिंग कर रहे हैं और अगर इंडिगो की फ्लाइट से ट्रेवल करना चाहते हैं तो ये 6EsKai का इस्तेमाल कर सकते हैं. तो अगर अब आप कहीं पर भी जाने का प्लान बना रहे हैं और आपको IndiGo एयरलाइन के 6EsKai एआई असिस्टेंट का यूज जरूर करना चाहिए.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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