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iPhone 16 Pro की परफॉर्मेंस ने लोगों को किया निराश, गीकबेंच टेस्टिंग में खुली Apple की पोल!

iPhone 16 Pro: एप्पल ने हाल ही में अपने नए स्मार्टफोन सीरीज को लॉन्च किया है, जिसका नाम iPhone 16 सीरीज है. इस नई फोन सीरीज के तहत कुल 4 फोन लॉन्च किए गए हैं, जिनमें से एक iPhone 16 Pro है. इस फोन की कीमत करीब 1,19,900 रुपये से शुरू होती है, जिसमें यूज़र्स को 128GB वाला वेरिएंट मिलता है. iPhone 16 Pro के बारे में एप्पल ने लॉन्चिंग के वक्त बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन अब इस नए आईफोन के परफॉर्मेंस पर सवाल उठ रहे हैं. 

Geekbench 6 पर किए गए बेंचमार्क टेस्ट्स में iPhone 16 Pro के स्कोर्स ने दुनियाभर कई यूज़र्स को निराश किया है. लोगों ने इस स्कोर में पाया कि परफॉर्मेंस के मामले में iPhone 16 Pro अपने पुराने मॉडल iPhone 15 Pro से ज्यादा बेहतर नहीं है. आइए हम आपको इन दोनों फोन के बेंचमार्क स्कोर्स की तुलना करके देखते हैं कि आखिर क्या अंतर है.

iPhone 16 Pro के Geekbench स्कोर्स

दरअसल, गिजमोचाइना की रिपोर्ट के अनुसार, Geekbench 6 में iPhone 16 Pro के परफॉर्मेंस की तुलना iPhone 15 Pro के परफॉर्मेंस से की गई, जिसमें बहुत ज्यादा सुधार देखने को नहीं मिला. iPhone 16 Pro में प्रोसेसर के लिए एप्पल का नया A18 Pro चिपसेट लगाया गया है, जो कि 3nm प्रोसेस पर आधारित है.

Geekbench 6 पर किए गए टेस्ट्स में iPhone 16 Pro ने सिंगल-कोर टेस्ट में 3,409 और मल्टी-कोर टेस्ट में 8,492 स्कोर किया. यह स्कोर्स iPhone 15 Pro के मुकाबले मामूली सुधार दिखाते हैं और उतने प्रभावशाली नहीं हैं जितनी उम्मीद की जा रही थी.

iPhone 15 Pro के Geekbench स्कोर्स

iPhone 15 Pro में प्रोसेसर के लिए एप्पल का A17 Pro चिपसेट लगाया गया है, जो कि 5nm प्रोसेस पर आधारित है. Geekbench 6 पर किए गए टेस्ट्स में iPhone 15 Pro ने सिंगल-कोर टेस्ट में 2,908 और मल्टी-कोर टेस्ट में 7,238 स्कोर किया था.

यह स्कोर्स iPhone 16 Pro के मुकाबले थोड़े कम हैं, लेकिन अंतर बहुत बड़ा नहीं है. इन दोनों के गीकबेंच स्कोर देखकर आप खुद समझ सकते हैं कि दोनों फोन के परफॉर्मेंस में कितना अंतर है.

दोनों फोन की तुलना

iPhone 16 Pro के सिंगल-कोर स्कोर्स में लगभग 15% का सुधार देखा गया है, जबकि मल्टी-कोर स्कोर्स में लगभग 18% का सुधार है. हालांकि, यह सुधार उतना बड़ा नहीं है जितना कि एप्पल ने अपने लॉन्च इवेंट में दावा किया था.

एप्पल ने कहा था कि A18 Pro चिपसेट A16 Bionic चिपसेट के मुकाबले 30% तेज होगा, लेकिन वास्तविकता में यह सुधार उतना बेहतर नहीं है, जितना कि कंपनी ने दावा किया था.  

इसके संभावित कारण क्या हो सकते हैं?

सॉफ्टवेयर ऑप्टिमाइजेशन: नए चिपसेट के लिए सॉफ्टवेयर ऑप्टिमाइजेशन में समय लग सकता है.

थर्मल थ्रॉटलिंग: उच्च परफॉर्मेंस के दौरान थर्मल थ्रॉटलिंग भी एक कारण हो सकता है.

टेस्टिंग कंडीशंस: टेस्टिंग कंडीशंस और एनवायरनमेंट भी स्कोर्स को प्रभावित कर सकते हैं.

iPhone 16 Pro की परफॉर्मेंस टेस्टिंग का रिजल्ट

iPhone 16 Pro की परफॉर्मेंस में सुधार तो है, लेकिन यह सुधार उतना ज्यादा नहीं है जितना कि उम्मीद की जा रही थी और जितना कि कंपनी ने लॉन्च के वक्त दावा किया था. अगर आप iPhone 15 Pro के यूजर हैं और नए iPhone 16 Pro में अपग्रेड करने का विचार बना रहे थे, तो इससे बहुत ज्यादा फायदा नहीं हो पाएगा.

हालांकि, कैमरा या अन्य फीचर्स के मामले में नया आईफोन बेहतर साबित हो सकता है, लेकिन अगर आपके लिए फोन की परफॉर्मेंस ज्यादा मायने रखती हैं तो आप गीकबेंच टेस्टिंग के रिजल्ट के आधार पर अपना फैसला ले सकते हैं.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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