बॉलीवुड और मनोरंजन

‘कल्कि 2898 एडी’ की होगी ग्रैंड ओपनिंग! एडवांस बुकिंग में किया 55 करोड़ से ज्यादा कलेक्शन

Kalki 2898 AD First Day Advance Booking Report: पैन इंडिया फिल्म कल्कि 2898 एडी को रिलीज होने में अब कुछ ही घंटे रह गए हैं. प्रभास स्टारर ये फिल्म 27 जून को वर्ल्डवाइड रिलीज होने वाली है और बॉक्स ऑफिस पर धूम मचाने वाली है. कल्कि 2898 एडी का एडवांस बुकिंग कलेक्शन इस ओर इशारा कर रहा है कि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ बिजनेस करने वाली है.

कल्कि 2898 एडी ने रिलीज से पहले ही करोड़ों का कारोबार कर लिया है. सैकनिल्क की मानें तो फिल्म ने करीब 19 लाख टिकट बेच लिए हैं और 55 करोड़ रुपए से ज्यादा कमाई कर ली है. रिपोर्ट के मुताबिक कल्कि 2898 एडी ने पहले दिन की एडवांस बुकिंग 56.38 करोड़ रुपए का कलेक्शन कर लिया है.

मेकर्स ने फिल्म रिलीज से पहले की ये अपील 
बता दें कि कल्कि 2898 एडी की रिलीज पहले मेकर्स ने फैंस पायरेसी और स्पॉयलर्स से बचने की अपील की है. एक्स पर एक पोस्ट में लिखा है- ‘ये 4 साल का लंबा सफर है और ये नाग अश्विन और उनकी टीम की कड़ी मेहनत की कहानी है. इस कहानी को वर्ल्ड लेवल पर लाने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई. पीछे मुड़कर नहीं देखा गया और न ही क्वालिटी से कोई समझौता किया गया. इसे आगे लाने के लिए टीम ने खून-पसीना एक कर दिया है. आइए प्लीज फिल्म की इज्जत करें, आइए क्राफ्ट की इज्जत करें.’

पोस्ट में आगे लिखा है- ‘ये एक विनम्र अनुरोध है कि स्पॉइलर न दें, मिनट दर मिनट अपडेट न दें या पायरेसी का हिस्सा न बनें और दर्शकों के एक्सपीरियंस को खराब न करें! आइए हम सब मिलकर फिल्म के कंटेंट की सुरक्षा करें और साथ मिलकर इसकी कामयाबी का जश्न मनाएं.’

विजय देवरेकोंडा और दुलकर सलमान भी है फिल्म का हिस्सा
प्रभास स्टारर कल्कि 2898 एडी में अमिताभ बच्चन, दीपिका पादुकोण, कमल हासन, दिशा पाटनी भी फिल्म में नजर आएंगे. इसके अलावा अब प्रभास ने एक लाइव सेशन में खुलासा किया है कि विजय देवरेकोंडा और दुलकर सलमान भी फिल्म का हिस्सा हैं.

ये भी पढ़ें: शर्मिला टैगोर के बिकिनी फोटोशूट पर कैसा था टाइगर पटौदी का रिएक्शन? एक्ट्रेस बोलीं- ‘उन्हें पता ही नहीं था यहां क्या हो रहा है’

Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button